| 11. | [2] प्रफलन में संकुचन का चरण पेशीतंतुकोशिकाओं के संकुचन बंद करने और स्वतःकोशिकामृत्यु कर लेने के साथ समाप्त हो जाता है.
|
| 12. | [29] अंतर्कलीय विकास और प्रफलन भी आक्सीजन की अल्पता और घाव में लैक्टिक अम्ल की मौजूदगी द्वारा सीधे उत्तेजित होता है.
|
| 13. | [2] [13] जस्ते पर निर्भर होने वाली मेटलोप्रोटिनेज कोशिका प्रवास, प्रफलन और रक्तवाहिकानिर्माण होने देने के लिये तलीय झिल्ली और ईसीएम (
|
| 14. | युग्मज जीवन-चक्र में जाति अगुणित होती है, जो युग्मक नामक एक एकल अगुणित कोशिका के प्रफलन और विभेदीकरण से उत्पन्न होती है.
|
| 15. | युग्मज जीवन-चक्र में जाति अगुणित होती है, जो युग्मक नामक एक एकल अगुणित कोशिका के प्रफलन और विभेदीकरण से उत्पन्न होती है.
|
| 16. | इस प्रकार, जब ऊत्तक में पर्याप्त रूप से रक्त प्रवाह होने लगता है, अंतर्कलीय कोशिकाओं का प्रवास और प्रफलन कम हो जाता है.
|
| 17. | [14] इस प्रकार, जब ऊत्तक में पर्याप्त रूप से रक्त प्रवाह होने लगता है, अंतर्कलीय कोशिकाओं का प्रवास और प्रफलन कम हो जाता है.
|
| 18. | यह करने के लिए नियोप्लासम को क्लोनल कोशिकीय प्रफलन के रूप में परिभाषित करना होता है लेकिन क्लोनालिटी का प्रमाणीकरण हमेशा संभव नहीं होता.
|
| 19. | जस्ते पर निर्भर होने वाली मेटलोप्रोटिनेज कोशिका प्रवास, प्रफलन और रक्तवाहिकानिर्माण होने देने के लिये तलीय झिल्ली और ईसीएम (ECM) को पचा लेती हैं.
|
| 20. | यह करने के लिए नियोप्लासम को क्लोनल कोशिकीय प्रफलन के रूप में परिभाषित करना होता है लेकिन क्लोनालिटी का प्रमाणीकरण हमेशा संभव नहीं होता.
|