४. भोजशाला को मस्जिद में बनाने के लिए उसे खंडित करने का प्रयत्न करने वाला तथा कमाल मौलाना को महान बताने वाला महमूदशाह खिलजी!: गोरी के पश्चात महमूदशाह खिलजी ने वर्ष १ ५ १ ४ में भोजशाला को खंडित कर वहां मस्जिद बनाने का प्रयत्न किया ।
12.
अनवर भाई! आपने, अपनी काबिले तारीफ़ बुद्धि के साथ, जो स्वयं रचित प्रभामंडल बना लिया है, उसको तोड़कर आपको सही रास्ता दिखाने की कोशिश करना, मेरे जैसे साधारण बुद्धि वाले इंसान के बस की बात नहीं और न ही मैं आपको सुधारने का प्रयत्न करने वाला हूँ!