| 11. | जड़, तना, पत्ते, फली तथा प्ररोह के शिखाग्र में सड़न उत्पन्न करते हैं.
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| 12. | प्ररोह एवं फल छेदकः-इस कीट का प्रकोप वर्षा ऋतु में अधिक होता है।
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| 13. | प्ररोह एवं फल छेदकः-इस कीट का प्रकोप वर्षा ऋतु में अधिक होता है।
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| 14. | जब नए प्ररोह निकलकर पर्याप्त बड़े हो जाते हैं तब उनपर लाख बीज बैठाया जाता है।
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| 15. | प्ररोह ओर फली बेधक के लिए १ लाख प्रति है की दर से टी ब्रेसेलेनसिस अंड
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| 16. | जब नए प्ररोह निकलकर पर्याप्त बड़े हो जाते हैं तब उनपर लाख बीज बैठाया जाता है।
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| 17. | उद्यान कृषि; रबड़ रोपण; चाय की खेती तथा संसाधन; बाँस प्ररोह संरक्षण; खुमी की खेती तथा संसाधन;
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| 18. | बाँस के प्ररोह (कोमल अंकुर) समृद्ध आहार तथा स्वास्थ्य के लिए अत्यंत लाभकारी प्रिय खाद्य है।
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| 19. | गाँठ की जड़ पट्टी में स्थित कलिकाएं छोटी पत्तियों से युक्त लघु वृंत से युक्त भ्रूणीय प्ररोह होती हैं।
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| 20. | बाँस के प्ररोह न केवल स्थानीय लोगों में लोकप्रिय हैं, अपितु पूर्ण विश्व में इसकी खपत लगातार बढ़ रही है।
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