भारत की संविधन सभा में भी गोपालस्वामी आयंगर ने अपने भाषण के अंत में सापफ कर दिया था कि ‘जब राज्य की संविधन सभा बैठ जाए और राज्य के संविधन के लिए और राज्य पर पफेडरल क्षेत्राध्किार की सीमा के संबंध् में अपना निश्चय कर चुके तो इस संविधन सभा की सिपफारिश पर राष्ट्रपति एक आदेश निकालेंगे कि यह अनुच्छेद 306ए ;जो अब धरा 370 हैद्ध या तो प्रवृत्त न रहेगा अथवा केवल ऐसे अपवादों और उपभेदों के अध्ीन प्रवृत्त होगा जो राष्ट्रपति द्वारा उल्लेख किए गए हों।