यह आख्यान इस अर्थ में महत्वपूर्ण है, क्यों कि यह सिद्ध करता है कि, लोक आख्यान, जन समुदाय विशेष की पारिस्थितिकी / प्राकृतिक पर्यावास के दायरे में ही पल्लवित होते हैं!
12.
भारत और श्रीलंका में सुरक्शित तथा अवलंबनीय मागमच्छ उद्योग शुरू किए जाने की विशाल क्षमता उपलब्ध है, जिससे मगरमच्छ, प्राकृतिक पर्यावास और स्थानीय लोगों को लाभ होगा और विदेशी मुद्रा भी अर्जित होगी।
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2010 में ऐसा ही एक प्रस्ताव अस्वीकृत कर दिया गया क्योंकि प्रस्तावित राजमार्ग के निर्माण से लगभग एक लाख वृक्ष प्रभावित होते जिसके कारण, इस क्षेत्र की वनस्पतियों को नुकसान पहुँचता और वन्य जीवन के प्राकृतिक पर्यावास पर प्रतिकूल प्रभाव पड़ता।
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2010 में ऐसा ही एक प्रस्ताव अस्वीकृत कर दिया गया क्योंकि प्रस्तावित राजमार्ग के निर्माण से लगभग एक लाख वृक्ष प्रभावित होते जिसके कारण, इस क्षेत्र की वनस्पतियों को नुकसान पहुँचता और वन्य जीवन के प्राकृतिक पर्यावास पर प्रतिकूल प्रभाव पड़ता।
15.
एशियाई देशों में रहने वाले करोड़ों लोगों के रहन-सहन को बेहतर बनाने वाले सार्वजनिक कार्यों-सड़कें, जलविद्युत बांध, खनन-संबंधी कार्य आदि-से भी क्षेत्र की जैव-विविधता को क्षति पहुंची है और इनका विशेष रूप से एशियाई टाइगर के प्राकृतिक पर्यावास (बस्तियों)
16.
मध्यप्रदेश में चीते का पुनरागमन मध्यप्रदेश के राजस्थान से सटे श्योपुर जिले के कूनो-पालपुर व सागर जिले के नौरादेही अभयारण्य में विदेशी चीते के आगमन का प्रकल्प अच्छी खबर हो सकता है, बशर्ते यह प्राकृतिक पर्यावास उसे रास आ जाए तथा कृत्रिम पर्यावरण में उसका प्रजनन व बाद को जंगल में छोड़ने का प्रयोग सफल हो जाए ।
17.
जलातिरेक से विनाश और पुनर्सृजन की गाथायें, काल्पनिकता और यथार्थ के मध्य चाहे जो भी घालमेल करती हों, जैसा भी ताना बाना बुनती हों, पर वे सम्बंधित भूक्षेत्रों की पारिस्थितिकी से हटकर, कदापि नहीं 'कही' जातीं! आख्यानों में, सम्बोधित / समाहित किया गया जन समुदाय, जिस तरह के प्राकृतिक पर्यावास और आस्था / विश्वास जगत तथा जीवन शैली अथवा आदत और व्यवहार संसार, में रहता है, वो अपरिहार्य रूप से इन गाथाओं का हिस्सा होता है!