| 11. | इन सभी का ज्ञान प्रामाण्य है.
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| 12. | नास्तिक का अभिप्राय वेद को प्रामाण्य मानने से है.
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| 13. | अतएव प्रामाण्य को ज्ञाननिष्ठ कहा जाता है।
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| 14. | सभी प्रमाणों में प्रामाण्य का सन्देह नहीं होता है।
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| 15. | अतएव प्रामाण्य को ज्ञाननिष्ठ कहा जाता है।
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| 16. | अत: उनके वचन का कोई प्रामाण्य नहीं है।
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| 17. | ) जिससे ज्ञानमत प्रामाण्य कभी सिद्ध नहीं हो सकता।
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| 18. | प्रामाण्यम्” अर्थात् तद्वचन होने से वेद का प्रामाण्य है.
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| 19. | अतएव प्रामाण्य को ज्ञाननिष्ठ कहा जाता है।
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| 20. | इन शब्दों के प्रामाण्य के लियेदूसरे की अपेक्षा नहीं होती.
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