पता चला है कि पंचायतीराज निदेशक ने जिला पंचायतराज अधिकारियों को एक प्रारूप पत्र भी भेजा था जिसमें ग्राम पंचायतें जिनमें पंचायत भवन नहीं हैं, ग्राम पंचायतें जिनमें पंचायत भवन हैं किंतु जीर्ण-शीर्ण हैं, मरम्मत योग्य नहीं हैं उन्हें नए सिरे से बनाने होंगे।