| 11. | प्लीहा रोग में-घीकुवार का रस ७-
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| 12. | लिवर और प्लीहा के रोग दूर होते हैं।
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| 13. | यकृत और प्लीहा की लंबाई बढ़ने लगती है।
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| 14. | यकृत् और बाद में प्लीहा, के आकार बढ़जाते हैं.
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| 15. | प्लीहा या तिल्ली ;एन्थ्रैक्सद्ध रोग की पहिचान व बचाव
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| 16. | प्लीहा से नीचे के उतरने पर अवरोही वृहदांत्र (
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| 17. | साथ ही प्लीहा और अग्न्याशय को स्वस्थ रखता है।
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| 18. | ऐसा वृक्क और प्लीहा में अधिकांशत देखा जाता है।
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| 19. | यह लीवर और प्लीहा वृद्धि को दूर करता है।
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| 20. | लक्षण-प्लीहा बहुत बड़ी एवं कठोर हो जाती है।
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