क्योंकि हर साल की तरह रेशमी साड़ियों की फरफराहट खुशबुओं और कुछ निरर्थक तालियों, भाषणों कैमरों की चकचौंध, झूटी मुस्कराहटों की बजाय काशीबाई से आपको रूबरू कराया जाये... आमीन
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अंधेरी रात में चूहे को भी नहीं दिखेगा कि उपर से उलूक शिकार करने आ रहा है, किंतु चूहे के कान भी विशेष तेज होते हैं जो पक्षियों की फरफराहट को सुन लेते हैं, जिससे वे अपना बचाव तुरंत कर लेते हैं।
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कुछ के लिए नयी सुबह हुई कुछ का पूरा संसार मिटा कुछ की उँगलियों में नोटों की फरफराहट खिली, कुछ बच्चों का बिलखना भी खूब खिला कुछ लोग खूब मजे से सोये कुछ लोगों को नींद गिरवी रखनी पड़ी अपनी खँडहर के हिफाज़त के लिए
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संग्रह में तितलियाँ रचनाएँ जीवन-उपवन में वहाँ उड़ती-मंडराती हुई अपने रंग-बिरंगे पंखों और फरफराहट के साथ दिखाई देती हैं जहाँ स्कूल जाते बच्चे हैं, कर्तव्यनिष्ठ व्यक्ति, जीवन को सही अर्थ देता समाज, नफरत के माहौल को चुनौती देते लोग या वतन की ज़मीं को सजदा करती भीड़ मौजूद है।
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आज विश्व महिला दिवस पर माखन लाल चतुर्वेदी विश्विद्यालय में महिला पत्रकारों का दायित्व विषय पर एक परिचर्चा / संगोष्ठी में भाग लेने की बजाय मुझे लगा..काशीबाई पर कुछ लिखा जाय...क्योंकि हर साल की तरह रेशमी साड़ियों की फरफराहट खुशबुओं और कुछ निरर्थक तालियों,भाषणों कैमरों की चकचौंध,झूटी मुस्कराहटों की बजाय काशीबाई से आपको रूबरू कराया जाये...आमीन मध्यप्रदेश की बाघ कला के ये हुनरमंद कलाकार...