मैंने कपडे सीधे किये और उनके कहने के मुताबिक उनके स्टॉप पर उतर गयी और फ़ोन बूथ जाकर घरमे फ़ोन करके बताया की मई मेरे सहेली के पास जा रही हूँ घर अनेमे देर होगी।
12.
तू क्यूँ चिंता करता है? ” उस वक्त भी मुझे अपने घर से भाग जाने पर और हरिद्वार के किसी फ़ोन बूथ से उन्हें फ़ोन करने पर गर्व ही हुआ था अपने ऊपर कि देखो, मैं कैसे परेशान कर सकता हूँ इन्हें.
13.
फिर उन्होंने वही पास में एक फ़ोन बूथ से उसकी मौसी के घर फ़ोन किया और उन्हें पता चला कि वो लग पास में ही रहते है फिर वो प्रीती के साथ उसके मौसी के घर गया और कुछ देर वह बैठकर वो वापिस जाने लगा ।