जैसे कि फाइल संख्या ‘ 12 (226) / 56, विषय-सुभाष चन्द्र बोस की मृत्यु की परिस्थितियाँ ' के बारे में बाकायदे शपथपत्र दाखिल करके अधिकारियों ने ‘
12.
दिल्ली कांस्पिरेशी केश के एक मुख्य सरकारी गवाह (जो कि पहले क्रांतिकारियों का साथी था) का बयान अभी भी होम डिपार्टमेंट की फाइल संख्या ‘ 11 / 15 प्रोसीडिंग्स 1931 ' में सुरक्षित है।
13.
एम. बी.सी. की फाइल संख्या 6/1892 में मेवाड़ भील कोर के कमाण्डेंटों, मेवाड़ के पालिटीकल एजेन्टस, रेजीडेण्ट्स, राजपूताना के हिली ट्रेक्स के पोलिटीकल सुपरिण्टेडेंट्स और ब्रिटिश सरकार के दिल्ली स्थित फॉरेन एण्ड पोलिटीकल डिपार्टमेंट के बीच हुए वर्ष 1892 से 1939 की अवधि के पत्राचार की प्रतियां उपलब्ध मिली।
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क्या हैं केन्द्र और प्रदेश सरकार के शासनादेशवनाधिकार कानून लागू किए जाने के लिए पर्यावरण एवं वन मंत्रालय भारत सरकार के पत्र फाइल संख्या 7-12 / 2010 दिनांक 21-06-2010 में अनुसूचित जनजाति और अन्य परम्परागत वन निवासी (वन अधिकारों की मान्यता) अधिनियम 2006 की धरा 02 (ख) के अंतर्गत राष्ट्रीयय उद्यानों व अभ्यारण्यों में निर्वासित अनुसूचित जनजाति और अन्य परम्परागत वन निवासियों को उनके कव्जे की भूमि पर उनके अधिकारों को मान्यता देने एवं उनके अधिकारों को उन्हे सौपने का आदेश दिया गया है।
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कमांडेट भंवरसिंह के यहाँ नाश् ता करने के बाद उपलब्ध अभिलेखों को देखा जिनके बारे में चित् तरिया रवाना होने से पहले मैं छावनी में कहकर गया था। एम. बी. सी. की फाइल संख्या 6 / 1892 में मेवाड़ भील कोर के कमाण्डेंटों, मेवाड़ के पालिटीकल एजेन्टस, रेजीडेण्ट्स, राजपूताना के हिली ट्रेक्स के पोलिटीकल सुपरिण्टेडेंट्स और ब्रिटिश सरकार के दिल्ली स्थित फॉरेन एण्ड पोलिटीकल डिपार्टमेंट के बीच हुए वर्ष 1892 से 1939 की अवधि के पत्राचार की प्रतियां उपलब्ध मिली।
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क्या हैं केन्द्र और प्रदेश सरकार के शासनादेश वनाधिकार कानून लागू किए जाने के लिए पर्यावरण एवं वन मंत्रालय भारत सरकार के पत्र फाइल संख्या 7-12 / 2010 दिनांक 21-0 6-2010 में अनुसूचित जनजाति और अन्य परम्परागत वन निवासी (वन अधिकारों की मान्यता) अधिनियम 2006 की धरा 0 2 (ख) के अंतर्गत राष्ट्रीयय उद्यानों व अभ्यारण्यों में निर्वासित अनुसूचित जनजाति और अन्य परम्परागत वन निवासियों को उनके कव्जे की भूमि पर उनके अधिकारों को मान्यता देने एवं उनके अधिकारों को उन्हे सौपने का आदेश दिया गया है।