मजदूरों के साथ ज्यद्द्ती, फिर मजदूरों में से ही एक शाहिद का अपने मतलब के लिए इस्तेमाल, फिर उसके दो परिवारों में आग लगाना और अपना फायदा करना.
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अम्रत-फिर भी तुम्हारी उनसे कुछ तो बात हुयी होगी कि वे आखिर हमसे चाहते क्या है और वे कौन लोग है तथा हमारा कौन सा फायदा करना चाहते है? ” अम्रत अब उग्र होता जा रहा था लेकिन बमुश्किल अपने पर काबू किये हुए था ” अमित-वे इस प्रोजेक्ट के बदले हमे हमारी वह मनचाही चीज देना चाहते है जिसकी जीवन मे कभी हमने कल्पना न की होगी..