विश्वास भी बहुत बड़ी चीज होती है अपने बचपन की बात है पास के कस्बे में एक वैधजी थे उनके पास एक औरत आई उसके पेट में दर्द था वैधजी ने एक पर्ची पर दवा लिखकर दी और कहा-“ ये खा लेना ठीक हो जवोगी और तीन दिन बाद आकार फिर दिखाना | ” औरत ने उस पर्ची को पीस कर फांक लिया और तीन दिन बाद आकर वैधजी को बताया कि पर्ची को पीस कर फांकते ही पेट दर्द ठीक हो गया | ये भी विश्वास ही |