इन्हीं कर्मचारियों की बदौलत ट्रेनों का पूर्व-निरिक्षण, लिफ्टिंग, बॉडी रिपेयरिंग, उनके कल-पूर्जों को अलग करना फिर असेंबल करना, उनका रंग रोगन करना, सीटों में आवश्यक फेर-बदल करना, कुशन लगाना जैसे आवश्यक काम शामिल हैं.
12.
नबीश्री ने उत्तर दिया ” क्यों नहीं, किंतु मैं नहीं जानता कि तुम लोग मेरे बाद क्या अहदास (दीन में कुछ घटाना-बढ़ाना या फेर-बदल करना) करोगे. (इमाम मालिक, मुवत्ता, किताबुलजिहाद, पृ 0 173 तथा शेख अब्दुलहक़ मुहद्दिस दिहल्वी, जज़बकुलूब, बाब 13, पृ 0 176) 2. यह कि हज़रत अब्दुल मुत्तलिब (र.) के निधनोपरांत नबीश्री के पालन-पोषण का सारा भार हज़रत अबू तालिब इब्न अब्दुल मुत्तलिब (र.)