| 11. | फ्लोएम पौधों में पाया जाने वाला एक संवहन ऊतक है, दूसरा संवहन ऊतक जाइलम है।
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| 12. | जाइलम पौधों में पाया जाने वाला एक संवहन ऊतक है, दूसरा संवहन ऊतक फ्लोएम है।
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| 13. | फ्लोएम पौधों में पाया जाने वाला एक संवहन ऊतक है, दूसरा संवहन ऊतक जाइलम है।
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| 14. | एधा की बाहृा सतह से द्वितीयक फ्लोएम तथा आंतरिक सतह से द्वितीयक दारू विकसित होता है।
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| 15. | फ्लोएम दो प्रकार की कोशिकाओं से युक्त होता है, चलनी नलियां और पास-पास स्थित साथी कोशिकाएं.
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| 16. | चलनी नलियों से प्लाज्मोडेस्माटा द्वारा जुड़ी साथी कोशिकाएं फ्लोएम में शक्कर चढ़ाने का कार्य करती हैं.
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| 17. | चलनी नलियों से प्लाज्मोडेस्माटा द्वारा जुड़ी साथी कोशिकाएं फ्लोएम में शक्कर चढ़ाने का कार्य करती हैं.
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| 18. | फ्लोएम दो प्रकार की कोशिकाओं से युक्त होता है, चलनी नलियां और पास-पास स्थित साथी कोशिकाएं.
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| 19. | एधा की बाहृा सतह से द्वितीयक फ्लोएम तथा आंतरिक सतह से द्वितीयक दारू विकसित होता है।
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| 20. | रंभ प्राथमिक दारू (xylem) दलयक तथा प्राथमिक फ्लोएम (phloem) का बना होता है।
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