गेहूँ की खेती के लिए मटियार एवं बलुई दुमट मृदा का भी उपयोग किया जा सकता है बषर्ते कि जल निकास की समुचित प्रणाली हो और ये मृदाएं अम्लीय या सोडीय मृदा संवर्ग की न हों।
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अच्छे उत्पादन के लिए फल विशेष का चयन स्थानीय मिट्टी तथा जल वायु को देखकर करनाचाहिए जहाँ तक हो सके दुमट या बलुई दुमट भूमि का ही चुनाव करना चाहिए क्योंकि इसप्रकार की भूमि में पानी का निकास अच्छा रहता है तथा पेड़ों की जड़े भी अधिकगहराई तक जाती है.
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अच्छे उत्पादन के लिए फल विशेष का चयन स्थानीय मिट्टी तथा जल वायु को देखकर करनाचाहिए जहाँ तक हो सके दुमट या बलुई दुमट भूमि का ही चुनाव करना चाहिए क्योंकि इसप्रकार की भूमि में पानी का निकास अच्छा रहता है तथा पेड़ों की जड़े भी अधिकगहराई तक जाती है.