| 11. | बहिर्मुख अव्यक्त की कारणदेह अवस्था है।
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| 12. | यदि हमारा मन अधिक बहिर्मुख है।
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| 13. | क्योंकि बहिर्मुख लोग तर्क-कुतर्क करके साधक के अनुभव को ठेस पहुँचा देगा।
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| 14. | इसकी ऊर्जा बहिर्मुख होती है और वासनात्मक संलग्नता को पैदा करती है।
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| 15. | इन्द्रियों का बहिर्मुख होकर विषयों की ओर भागना, यह आसुरी संपदा है।
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| 16. | बहिर्मुख चेतना के द्वारा अन्त: करण को वाह्य जगत् का बोध होता है।
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| 17. | जितना-जितना वह बहिर्मुख होता है उतना-उतना तुच्छ होता है, दुःखी होता है।
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| 18. | करती है और दूसरी बहिर्मुख शक्ति जो केन्द्र के बाहर ले जाती है और
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| 19. | लेकिन यही पुस्तक मैरे बहिर्मुख मित्र ने पढ़ी तो उसे सब कुछ सामान्य लगा।
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| 20. | बहिर्मुख इन्द्रियों को अंतर्मुख कर उनके आहार को नियन्त्रित करना पांचवा अंग है प्रत्याहार।
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