डीसी अरुण सेखड़ी ने एसडीएम खमाणों के कार्यालय में तैनात बिल क्लर्क हरपाल सिंह को दंगा पीडि़तों, आतंकवादियों के हाथों मारे गए अथवा घायल परिवारों के वारिसों को गुजारे भत्ते के रूप में दी जाने वाली 1 लाख 30 हजार रुपए की सहायता राशि का कथित तौर पर गबन कर अपने खाते में जमा करा लिया था।
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निम्र श्रेणी लिपिक, रीडर, नायब, नाजिर, कैशियर, पंजीयन, लिपिक, रिकार्ड कीपर, कोष एवं लेखा लिपिक, बिल क्लर्क, गोदाम कीपर, आदेशिका लेखक, साक्ष्य लेखक, स्टेनो, निष्पादन लिपिक, सहायक प्रतिलिपिकार, फोटो मशीन चालक, सहायक सांख्यिकी लेखक ए. एस. डब्ल्यू, आवक-जावक लिपिक, आफिस क्लर्क ओएम, आफिस टायपिस्ट, विक्रय अमीन, मालखाना नाजिर, सहायक अभिलेखापाल एवं अन्य संवर्गों को प्रशासनिक सहायक वर्ग-2 में परिवर्तित समकक्ष पदनाम दिया जाना था।