इस योग को करते समय सिर को हमेशा मेरूदंड की दिशा में झूलने वाली कुर्सी की तरह घुमाकर रखना चाहिए. योग की इस मुद्रा को करते समय पीठ को गद्दे अथवा कम्बल के बीच में रखना चाहिए.इस योग में बीच में बीच में कुछ परिवर्तन भी कर सकते हैं.बदलाव के तौर पर मुद्रा को बीच बीच में ठहराव दे सकते हैं.