बीमाविज्ञ मत्र्यता, भविष्य में कमाया जानेवाला ब्याज और होनेवाली आय तथा बीमे के लिए आवश्यक संगठन पर होनेवाले व्यय आदि पर ध्यान रखते हैं।
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बीमाविज्ञ मत्र्यता, भविष्य में कमाया जानेवाला ब्याज और होनेवाली आय तथा बीमे के लिए आवश्यक संगठन पर होनेवाले व्यय आदि पर ध्यान रखते हैं।
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साथ ही बीमाविज्ञ यह भी जानते हैं कि अस्वस्थ मनुष्य अधिक सुगमता से बीमा कराने को तैयार हो जाते हैं तथा इस प्रकार के ही लोग सुगमता से बड़ी रकमों का बीमा प्रस्ताव करते हैं।
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किस प्रकार के मनुष्यों को एक जैसा माना जाए, और किस प्रकार के मनुष्यों को इनसे भिन्न और कितना भिन्न माना जाए, ये सब जटिल प्रश्न हैं और इनको हल करना बीमाविज्ञ का काम है।
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किस प्रकार के मनुष्यों को एक जैसा माना जाए, और किस प्रकार के मनुष्यों को इनसे भिन्न और कितना भिन्न माना जाए, ये सब जटिल प्रश्न हैं और इनको हल करना बीमाविज्ञ का काम है।
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साथ ही बीमाविज्ञ यह भी जानते हैं कि अस्वस्थ मनुष्य अधिक सुगमता से बीमा कराने को तैयार हो जाते हैं तथा इस प्रकार के ही लोग सुगमता से बड़ी रकमों का बीमा प्रस्ताव करते हैं।
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बीमाविज्ञ जानते हैं कि थोड़े से लोगों का बीमा करने से भविष्यवाणी के अंकों और वास्तविक अंकों में अंतर अधिक हो सकता है, पर बड़े पैमाने पर बीमा करने से भविष्यवाणी अधिक सही उतरती है।
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बीमाविज्ञ जानते हैं कि थोड़े से लोगों का बीमा करने से भविष्यवाणी के अंकों और वास्तविक अंकों में अन्तर अधिक हो सकता है, पर बड़े पैमाने पर बीमा करने से भविष्यवाणी अधिक सही उतरती है।
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एक नई बीमा संस्था या तेजी से वृद्धि करनेवाली बीमा संस्था के पास आर्थिक दशा खराब होने पर भी अपार धन राशि होगी, अत: मूल्यांकन के रूप में बीमाविज्ञ का अंकुश संस्था पर न हो तो प्रबंधकों को बढ़ती हुई धनराशि को लुटा देने का प्रलोभन हो सकता है।
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एक नई बीमा संस्था या तेजी से वृद्धि करनेवाली बीमा संस्था के पास आर्थिक दशा खराब होने पर भी अपार धन राशि होगी, अत: मूल्यांकन के रूप में बीमाविज्ञ का अंकुश संस्था पर न हो तो प्रबन्धकों को बढ़ती हुई धनराशि को लुटा देने का प्रलोभन हो सकता है।