धर्म जीवन का आधार एक ऐसी कृति है, जिसके अनुशीलन से धर्म के दशलक्षणों का स्वरूप सरलतया हद्यगम होगा और उनकी अभिव्यक्ति के लिए मन बैचन हो उठेगा।
12.
धर्म जीवन का आधार एक ऐसी कृति है, जिसके अनुशीलन से धर्म के दशलक्षणों का स्वरूप सरलतया हद् यगम होगा और उनकी अभिव्यक्ति के लिए मन बैचन हो उठेगा।
13.
देश विदेश के 4500 से भी ज्यादा कवि सम्मेलनों के मंच पर अपने गीत गजलों से श्रोताओं को दीवाना बनाने वाले बैचन जी ग़ज़लकारों में ताजे और सजग रचनाकारों में से एक हैं..
14.
क्या कहता है साहित्य जगत विवाद के कारण हुआ बैचैन: विश्वनाथ त्रिपाठी हिंदी अकादमी के उपाध्यक्ष पद, सचिव पर दबाब डालकर इस्तीफा देने और शलाका सम्मान को लेकर हुए विवाद ने बैचन कर दिया है।
15.
फिल्मी सितारों की खबरों को इतनी अहिमत से परोसी जातीं हैं की जैसे पूरा देश उनकी खबरों को सुनने के लिए बैचन हो और इन सितारों के मटकते हुए कुल्हों को देखने के लिए बेताब हो.
16.
समीर जी जब भी ख्याल आया है मन बहुत घबराता है कि अगर मुसीबत के समय परिवार को नहीं मिल पाए तो क्या फायदा है विदेश में रहने का आपकी पोस्ट पढ़कर मन बैचन हो गया माँ को श्रद्धांजलि
17.
समीर जी जब भी ख्याल आया है मन बहुत घबराता है कि अगर मुसीबत के समय परिवार को नहीं मिल पाए तो क्या फायदा है विदेश में रहने का आपकी पोस्ट पढ़कर मन बैचन हो गया माँ को श्रद्धांजलि
18.
यह घटना यही बताती ही कि हम गोरे बनने के लिये कितने बैचन है | अपनी त्वचा पर शर्म आती है | जिस तरह माइकल जॅकसन कभी अपने आप को स्वीकार नही कर पाया, उसी तरह हम भी लगे है, और गोरा बनने की कोशिशो पर |
19.
वाह, वाह! बहुत खूब लोकार्पण, हम जैसे प्रवासियों के लिये वरदान! कुंवर बैचन जी की प्रस्तावना पढ के मन मयूर नाच उठा! संजय पटेल जी की आवाज में राकेश जी के गीत, जैसे सोने पे सुहागा! अब बस यही प्रश्न: सी डी कब बनवा रहें हैं?
20.
वाह, वाह! बहुत खूब लोकार्पण, हम जैसे प्रवासियों के लिये वरदान! कुंवर बैचन जी की प्रस्तावना पढ के मन मयूर नाच उठा! संजय पटेल जी की आवाज में राकेश जी के गीत, जैसे सोने पे सुहागा! अब बस यही प्रश्न: सी डी कब बनवा रहें हैं?