तत्सम शब्दों की माला के बीच बोलीगत प्रयोगों को बिठाकर भी अज्ञेय अनेक स्थलों पर भाषिक चमत्कार उत्पन्न करते हैं-
12.
इस प्रकार तुलनात्मक आधार पर वह समभाषांश रेखाओं (Isoglosses) द्वारा क्षेत्रीय अंतर स्पष्ट कर भाषागत या बोलीगत भौगोलिक सीमाएँ स्पष्ट कर देता है।
13.
ध्यान में रखना होगा कि जिस प्रकार बोलीगत भेद एक दूसरे के सहयोगी हैं, उसी प्रकार हिंदी के शैलीगत भेद भी एक दूसरे के पूरक हैं।
14.
ध्यान में रखना होगा कि जिस प्रकार बोलीगत भेद एक दूसरे के सहयोगी हैं, उसी प्रकार हिंदी के शैलीगत भेद भी एक दूसरे के पूरक हैं।
15.
यहाँ हम यह भी उल्लेख करना जरूरी समझते हैं कि हिंदी जिस प्रकार बोलीगत विभेदों से भरी-पूरी संपूर्ण भाषा है, उसी प्रकार वह शैलीगत भेदों से भी परिपूरित है।
16.
चूंकि हिंदी की बोलियों में विज्ञान, चिकित्सा, विधि, प्रशासन आदि क्षेत्रों संबंधी चिंतन अनुशासन का विकास हुआ ही नहीं था इसलिए उसकी शब्दावलि की कोई बोलीगत परंपरा विकसित नही थी।
17.
यहाँ हम यह भी उल्लेख करना जरूरी समझते हैं कि हिंदी जिस प्रकार बोलीगत विभेदों से भरी-पूरी संपूर्ण भाषा है, उसी प्रकार वह शैलीगत भेदों से भी परिपूरित है।
18.
उन्होंने यह खुलासा भी किया कि मैंने लोकसांस्कृतिक संदर्भों के अलावा बहुतायत में लोक शब्दावली के बोलीगत प्रयोगों का अनुवाद समय-समय पर मूल रचनाकार से चर्चा के आधार पर किया है.
19.
अज्ञेय को यह पीढ़ा बराबर सालती रही कि पिता की भ्रमणशील वृत्ति के कारण उन्हें कहीं एक जगह ठिककर लोक भाषा और जन भाषा के बोलीगत मुहावरे को आत्मसात करने का अवसर नहीं मिला-” मुझे सभी कुछ मिला पर सब बेपेंदी की।
20.
हिंदी के अनेक बोलीगत तथा क्षेत्रीय रूपों की चर्चा करते हुए डॉ. उदयन ने कहा कि ये सब हिंदी की विविध शैलियाँ हैं और इन सभी को खुले मन से स्वीकृति देना आवश्यक है क्योंकि हिंदी जैसी प्रसारशील भाषा को किसी भी प्रकार की कट्टरता से परहेज करना चाहिए।