मैले कपडे पहननेवाला, मैले दाँतवाला, भुक्खड, नीरस बातें करनेवाला और सूर्योदय तथा सूर्यास्त के समय तक सोने-वाला यदि ईश्वर ही हो तो उसे भी लक्ष्मी त्याग देती हैं ॥ ४ ॥
12.
हे मेरे जॆसे भुक्खड ब्लागर मित्रों! आपको यह जानकर भयंकर प्रस्न्नता होगी, कि आपका यह भुक्खड मित्र, (यदि बीच में किसी ने कोई पंगा नहीं किया तो) शीघ्र ही कंगले से करोडपति बनने जा रहा हॆ.
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हे मेरे जॆसे भुक्खड ब्लागर मित्रों! आपको यह जानकर भयंकर प्रस्न्नता होगी, कि आपका यह भुक्खड मित्र, (यदि बीच में किसी ने कोई पंगा नहीं किया तो) शीघ्र ही कंगले से करोडपति बनने जा रहा हॆ.
14.
, यदि व्यग्धपज्ज, एक प्रचुर आय वाला गृहस्थ कंजूसी का जीवन व्यतीत करेगा तो लोग कहेगें कि ' यह व्यक्ति भुक्खड की तरह मरेगा '. ” “ इस प्रकार संचित धन सम्म्पति, व्यग्धपज्ज, चार प्रकार से नाश होती है: “
15.
हाँ मुझे याद आया महाकवि निराला ने ' कुकुरमुत्ता ' में इसी नस्ल के आधुनिक कवियों को 'दुम हिलाने वाला टैरियर ' यानि 'टिर्री कुत्ता ' तक कहा है-'चली गोली आगे जैसे डिक्टेटर बहार उसके पीछे जैसे भुक्खड फ़ालोवर उसके पीछेदुम हिलाता टैरियरआधुनिक पोयेट '।