| 11. | ” कह रहे थे गोविन्द बाबू बडे मक्खीचूस हैं.
|
| 12. | और कन्जूस, मक्खीचूस कोई जात नही होती, लोग होते हैं!
|
| 13. | हालांकि मक्खीचूस और कंजूस जैसे विशेषण उस पर लगते रहे।
|
| 14. | एक सरकारी कंजूस होता है, दूसरा अदालती मक्खीचूस होता है।
|
| 15. | तभी वहां मक्खीचूस गीदड आ निकला।
|
| 16. | दो की जगह एक ही खाता, मक्खीचूस हो गया है।
|
| 17. | पर उन्हें शंका हुई, कई बड़े आदमी मक्खीचूस भी होते हैं।
|
| 18. | धर्मानद बड़ा ही कजूस व मक्खीचूस किस्म का आदमी था.
|
| 19. | पर उन्हें शंका हुई, कई बड़े आदमी मक्खीचूस भी होते हैं।
|
| 20. | पंडितजी ने दिल में कहा-धत्तैरे मक्खीचूस की! ऐसा रगड़ा कि याद करोगे।
|