| 11. | षडऋतु वर्णन: मनहरण घनाक्षरी/कवित्त छंद
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| 12. | जग मनहरण रूप ये माता ॥
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| 13. | यहां के मनहरण कौशिक, सियाराम कौशिक के बड़े साले हैं।
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| 14. | इनकी रचनाएँ आरती के पुष्प की तरह सुगन्धित और मनहरण हैं.
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| 15. | निज कलाकामिनी द्वारा दर्शकजनों के मनहरण करने की आज्ञा दी जावे।
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| 16. | अतः, मनहरण घनाक्षरी छंद का शुद्ध रूप तो ८-८-८-७ ही है.
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| 17. | और हां, मनहरण कवित्त तो मात्रिक नहीं वार्णिक छंद है!
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| 18. | संजीव ' सलिल ' * मनहरण घनाक्षरी छंद एक वर्णिक छंद है.
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| 19. | आप भी सुने पहले गड़वा बाजा फिर मनहरण की बातों के कुछ अंश...
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| 20. | खेत के मेढ़ म पांव धरते ही मनहरण के गुस्सा सातवां आसमान म चढ़गे।
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