| 11. | इसलिए मरणोत्तर संस्कार को श्राद्धकर्म भी कहा जाता है ।।
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| 12. | मरणोत्तर स्थिति में भी उसकी सत्ता बनी रहती है ।।
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| 13. | मरणोत्तर कृतियां भी हैं-' कल सुनना मुझे' और 'सुदामा पांड़े का
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| 14. | मरणोत्तर गुंजित गान रहे कुछ हो न तजो निज साधन को
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| 15. | सब जाय अभी पर मान रहे मरणोत्तर गुंजित गान रहे ।
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| 16. | ' मरणोत्तर जीवन ' स्वामी विवेकानंद की एक चर्चित पुस्तक है ।
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| 17. | मरणोत्तर (श्राद्ध संस्कार) जीवन का एक अबाध प्रवाह है।
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| 18. | मरणोत्तर संस्कार अन्त्येष्टि संस्कार के तेरहवें दिन किया जाता है ।।
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| 19. | ' मरणोत्तर जीवन ' स्वामी विवेकानंद की एक चर्चित पुस्तक है ।
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| 20. | मरणोत्तर संस्कार के संदर्भ में एकत्रित सभी कुटुम्बी-हितैषी परिजन एक साथ बैठें।
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