एक और अवधारणा है कि इतिहास के कालक्रमानुसार आखिरी १ ०००० साल के पृथ्वी के इतिहास, जिसे कि एज आफ मैन यानी मानव युग कहा जाता है, में इस रोग के फैलने की परिकल्पना कोढ़ रोग के जीवाणु के स्वाभविक इतिहास से ज्यादा मेल खाती है।
12.
इस रिश्ते से, इस नाते से यह भारतीय आकाश और पृथ्वीतल, बंजर ज़मीन के खण्डहर के बरगद-पीपल ये गलियाँ, राहें घर-मंजिल, पत्थर, जंगल पहचानते रहे नित तुमको जिन आँखों से उन आँखों से मैंने भी तुमको पहचाना, मानव-दिगन्त के कूलों पर जिन किरनों का ताना-बाना उस रश्मि-रेशमी क्षितिज-क्षोभ पर अंकित नतन-व्यक्तित्वों के सहस्र-दल स्वर्णोज्ज्वल-आदर्श बिम्ब मानव युग के ।