असल में धर्म तो मार्ग है …… उस परमत्व को पाने का …… जिस हेतु हमने मानव शारीर धारण किया है ……
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मूल ध्वनि ओंग के अन्दर समाहित ३ १ अक्षरें यानि कुल ३ २ अक्षरें मानव शारीर के विभिन्न अंगों में स्थान रखती है।
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जनता को इन सब कष्टों से छुटकारा दिलाने के लिए प्रभु आप भारत की धरती पर फिर से दिव्य मानव शारीर धारण कीजिये.
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कंधे की मास्पेशियाँ और उसके जोड़ उसे एक उल्लेखनीय श्रेणी की गति से हिलने देती है, जिसके कारण यह मानव शारीर का सबसे चंचल जोड़ है.
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कंधे की मास्पेशियाँ और उसके जोड़ उसे एक उल्लेखनीय श्रेणी की गति से हिलने देती है, जिसके कारण यह मानव शारीर का सबसे चंचल जोड़ है.
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रही बात परिपक्क्वता की तो...पहले भी और आज भी एक बड़ी जनशंख्या ऐसे लोगो की रही है जिन्हें मानव शारीर तो मिला है लेकिन आत्मा दानव की.
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राज्य घोषित करना चाहिए, क्योंकि बी. टी. बैगन में जिस जिन (बाइरेश जिसका नाम हैं बेसिलस थरिनजिंसिस) को डाला गया हैं वह मानव शारीर में जहर के समान नुकसान करेगी.
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सर्वप्रथम हम अध्यात्म शास्त्र अनुसार मानव शारीर की संरचना लेते हैं | अध्यात्मशास्त्र अनुसार आत्मा के साथ मानव शरीर के चार भाग होते है-पहला है स् थ..
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गेहूँ के ज्वारे के रस का नियमित सेवन और नाड़ी शोधन प्रणायाम से मानव शारीर के समस्त नाड़ियों का शोधन होकर मनुष्य समस्त प्रकार के रक्तविकारों से मुक्त हो जाता है.
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गेहूँ के ज्वारे के रस का नियमित सेवन और नाड़ी शोधन प्रणायाम से मानव शारीर के समस्त नाड़ियों का शोधन होकर मनुष्य समस्त प्रकार के रक्तविकारों से मुक्त हो जाता है.