जिस तरह प्रत्येक स्वप्न के बाद उत्थान होता है इसी प्रकार पहले मानसिक कल्पना में जो यम का मार्ग है इससे प्राणी गुजरता है.
12.
बस इन लोगों की मानसिक कल्पना सब एक साथ मुझे अनियंत्रित मुँह दबाकर हँसती है और गैर मानव तत्वों के अर्क मुझे सब बाहर उन्माद है.
13.
अपने समस्त गुणों को ईश्वर में प्रत्यारोपित करके मनुष्य स्वयं ही ईश्वर के प्रत्यय की रचना करता है, अतः ईश्वर वास्तव में मनुष्य की मानसिक कल्पना है।
14.
क्या मनुष्य को गहरा उतरने के लिए मौत की घाटियों में झाँक लेना ज़रूरी है या उसकी एक असीम मानसिक कल्पना भी जीवन को उसकी सारी पीड़ाओं के होते हुए भी कितनी बहुमूल्य और सुन्दर बना सकती है.
15.
अध्ययन के नेता डॉ. यी युआन तांग और उनके सहयोगियों का कहना है कि एकीकृत ध्यान कई प्रमुख घटक शामिल है और शरीर छूट जैसे शरीर और मन की तकनीक का उपयोग करता है, समायोजन, मानसिक कल्पना है, और
16.
क्योंकि जब आत्मा निर्विकार और निर्गुण है, निर्लेप और अजर-अमर है तब तो मानसिक कल्पना के ही चलते वह भटकती है और पाप-पुण्य में पड़ती है, जैसे जंगल में भटक जाने वाला काँटेकुशों में बिधता या चोर-डाकुओं से लुटता है।
17.
प्राथमिकता सबसे आवश्यक मनोकामना को दें अपना लक्ष्य चुनें जो वस्तु या हालत आप चाहतें हैं उसे स्पष्ट रूप दें, उसकी मानसिक कल्पना करें,ऐसे मनन करें या जागी आंखों से अपने लक्ष्य को इस प्रकार निहारें कि लगे कि सभी कुछ आपके अनुसार घटित हो रहा है ……..
18.
वैसे पिछली बार मैने अपनी श्रद्धा के अनुसार जैसा मुझे आता था मैने तर्पण किया था और मन के अन्दर यह भी भावना लेकर चला था कि जो लोग मुझे जानते पहिचानते है और मुझसे हित रखते है उनके लिये भी मानसिक कल्पना के अनुसार तर्पण किया था इसके अलावा भारत भूमि के आखिरी भूभाग पर की जाने वाली पूजा जिसके अनुसार उसके आगे भू तत्व है ही नही तो और भी फ़लकारक होना चाहिये।