परियोजना के उद्देश्य थे-पश्चिम बंगाल में जेलों एवं अन्य हिरासत गृहों के संवासियों के बीच मानसिक रूप से बीमार एवं मानसिक रूप से अशक्त व्यक्तियों के प्रतिशत का पता लगाना तथा यह पता लगाने के लिए कि संवासियों के मानव अधिकारों का उचित प्रकार से संरक्षण हो रहा है अथवा नहीं उनके जीवन-यापन की दशाओं का मूल्यांकन करना।