स्वाधिष्ठान चक्र के निर्बल एवं खराब होने पर अनेक समस्याओं का सामना करना पड़ सकता है जैसे खून की कमी, शुष्क त्वचा, सोने पर बिस्तर गीला कर देना, खून में अस्थिरता, शरीर से दुर्गंध आना, खसरा, मधुमेह, किडनी और लीवर से सम्बंधित रोग, हर्निया, दाद या खाज, नपुंसकता, कामुक्ता की कमी, गुर्दे की समस्याएं, मासिक धर्म से संबंधित समस्याएँ, गर्भाशय मे समस्याएँ, पैरों में सुजन, पेशाब ग्रन्थि कि सम्स्याएँ, योनि मे विकार, शीघ्रपतन इत्यादि परेशानियों को देखा जा सकता है.