| 11. | भिन्न नहीं हैं, प्रत्युत मुख्यार्थ का विशिष्ट रूप बतलाते हैं।
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| 12. | मुख्यार्थ का बाधा, (2) मुख्यार्थ का लक्ष्यार्थ से संबंध, (3)रूढ़ि या
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| 13. | मुख्यार्थ का बाधा, (2) मुख्यार्थ का लक्ष्यार्थ से संबंध, (3)रूढ़ि या
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| 14. | § अभिधा द्वारा अभिव्यक्ति अर्थ को अभिधेयार्थ या मुख्यार्थ कहते हैं.
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| 15. | ' राजकुमार' शब्द का मुख्यार्थ तो 'राजा का कुमार है' पर उसका लक्ष्यार्थ
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| 16. | लक्षण-लक्षणा-जहाँ किसी शब्द का मुख्यार्थ अपने स्वरूप का समर्पण करके
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| 17. | पर मुख्यार्थ (अनिगीर्ण स्वरूप) का बिना त्याग किये 'गूदड़' का आरोप है।
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| 18. | मुख्यार्थ का बाधा होने पर (देखिए 'योग्यता') रूढ़ि के कारण या किसी प्रयोजन
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| 19. | के लिए मुख्यार्थ से संबद्ध अन्य अर्थ का ज्ञान जिस शक्ति के द्वारा होता
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| 20. | अर्थ का आक्षेप कराता है वहाँ मुख्यार्थ के भी बने रहने के कारण उपादान
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