आवेदन-पत्र प्राप्त करने के अवसर पर सेवायोजन कार्यालय द्वारा आपके अभिलेखों का मिलान उनकी मूल प्रति से किया जायेगा अतः समस्त अभिलेखों की मूल प्रतियाँ आवश्यक रूप से आपके साथ होनी चाहियें।
12.
पहले जो ग्रंथ आए थे उनमें से अधिकतर की मूल प्रतियाँ संसार से ग़ायब हो गईं और उनके केवल अनुवाद रह गए, परन्तु क़ुरआन जिन शब्दों में अवतरित हुआ था ठीक-ठीक उन्हीं शब्दों में मौजूद है।
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आवेदन-पत्र प्राप् त करने के अवसर पर सेवायोजन कार्यालय द्वारा आपके अभिलेखों का मिलान उनकी मूल प्रति से किया जायेगा अतः समस् त अभिलेखों की मूल प्रतियाँ आवश् यक रूप से आपके साथ होनी चाहियें।
14.
यंग इंडिया, नवजीवन तथा हरिजन में प्रकाशित गांधी जी के 400 लेखों की मूल प्रतियाँ, बचपन से लेकर मृत्यु तक के फोटोग्राफों का बृहत् संग्रह और भारत तथा विदेशों में भ्रमण के समय दिए गए भाषणों के 100 संग्रह यहाँ प्रदर्शित किए गए हैं।