मगर आपने बैंक को कोई ख़ास निर्देश दे रखा है तो उसे बदलने के लिए आपको अपनी मूल शाखा पर ही जाना होगा.
12.
और यदि भक्ति-लता के साथ-साथ उसमें भुक्ति-मुक्ति-वांछा, निषिद्धाचार, जीव-हिंसा, लाभ-पूजा-प्रतिष्ठादि की उपशाखाएँ निकल आयें तो मूल शाखा बढ़ने नहीं पाती।
13.
अपने बैंक खाते में रुपये जमा कराने क लिए अब न तो लंबी लाइन लगाने की जरूरत है और न ही अपनी मूल शाखा में जाने की।
14.
ग्राहक, मूल शाखा पर खाते की स्थिति संबंधित प्रश्न, आवेदन फॉर्म को प्राप्त करना, अनुदेशों व आवेदनों को प्राप्त करने की सुविधा प्राप्त कर सकता है ।
15.
तभी मूल शाखा बढ़ती है, क्योंकि अन्य सभी वांछाओं, देवताओं और कर्म-ज्ञानादि का परित्यागकर सर्वेन्द्रियों से कृष्णानुशीलन या कृष्ण-सेवा करने का नाम ही शुद्धा भक्ति है-
16.
यह नदी बांग्लादेश की सीमा में जमुना के नाम से दक्षिण में बहती हुई गंगा की मूल शाखा पद्मा के साथ मिलकर बंगाल की खाड़ी में जाकर मिलती है।
17.
यह नदी बंगलादेश की सीमा में यमुना के नाम से दक्षिण में बहती हुई गंगा की मूल शाखा पद्मा के साथ मिलकर बंगाल की खाड़ी में जाकर मिलती है.
18.
यह नदी बांग्लादेश की सीमा में जमुना के नाम से दक्षिण में बहती हुई गंगा की मूल शाखा पद्मा के साथ मिलकर बंगाल की खाड़ी में जाकर मिलती है।
19.
यह नदी बांग्लादेश की सीमा में यमुना के नाम से दक्षिण में बहती हुई गंगा की मूल शाखा पद्मा के साथ मिलकर बंगाल की खाड़ी में जाकर मिलती है।
20.
यदि ग्राहक से इस आशय का कोई अनुरोध प्राप्त होता है तो मूल शाखा में उसके मौजूदा खाते (केवल परिचालन खातों के मामले में) को बंद कर और अंतरिती/ नई शाखा में नया खाता खोलकर उसके अनुरोध पर कार्रवाई की जाती है.