4. घर में किसी देवता की मूर्ति अथवा चित्र टूट जाए तो मृत्यु या मृत्यु समान कष्ट हो सकता है।
12.
एकांत मृत्यु समान हिमालय में अपनी उपस्थिति में मस्त ' ' अघोर शिवपुत्र ''........ इस मानव जगत का भविष्य है..
13.
इससे यह सिद्ध होता है कि राहु-केतु जिस पर प्रसन्न है, उसको संसार के सारे सुख सहज में दिला देते है एवं इसके विपरीत राहु-केतु (सर्प) क्रोधित हो जाए, तो मृत्यु या मृत्यु समान कष्ट देते हैं।
14.
परंतु यदि टूटी हुई रेखा के सामने द्राग्य या मंगल रेखा शुक्र पर्वत पर द्राग्य रेखा के समानांतर चल रही हो, तो व्यक्ति की मृत्यु नहीं हातेी है लेकिन उस पर मृत्यु समान कष्ट अवश्य आता है।
15.
जीवन रखाो से मुखयतः मनुष्य की आयु आरै जीवन की समस्याओ के बारे में जानकारी मिलती है यदि यह रखाो किसी स्थान पर टटूी हुई हो तो उस आयु समय में व्यक्ति पर विशषे सकंट आता है, जैसे मृत्यु अथवा मृत्यु समान कष्ट।
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प्यास के मारे जिसके प्राण सूख रहे हैं ऐसा व्यक्ति सुरसरि का शीतल कूल छोड़कर क्या फिर उसी रेगिस्तान में लौटने की इच्छा करेगा? जहाँ प्यास के मारे क्षण-क्षण पर मृत्यु समान असहनीय वेदना अब तक अनुभव करता रहा है ।
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फिर भले ही उसका रूप कैसा भी हो? और देखिए, आसाराम पर बर्बादी आई तो ऐसी कि उनकी संतई पर ही सवालिया निशान लगा दिए? आसाराम के समर्थक लाख दुहाई दें कि उनका ईश्वर निर्दोष है, वह ऐसा पतित कर्म कर ही नहीं सकता किन्तु संत पर दुष्कर्म का आरोप लगना ही उसके लिए मृत्यु समान है।