वैसे, सनबर्न उस स्किन पर ज्यादा होता है, जिनमें मैलेनिन की कमी होती है।
12.
किन्हीं हिस्सों पर मैलेनिन का इस तरह बनना या मैलेनिन का असमान वितरण फ्रेकल्स बना सकता है।
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किन्हीं हिस्सों पर मैलेनिन का इस तरह बनना या मैलेनिन का असमान वितरण फ्रेकल्स बना सकता है।
14.
ज्यादा मैलेनिन बनने से टैनिंग हो जाती है जिसे सूरज के हानिकारक रेडिएशन से बचाव के लिये बनाया जाता है।
15.
एज स्पॉट्स तब प्रकट होते हैं जब ज्यादा मैलेनिन एक जगह इक्टठा हो जाता है या सामान्य से अधिक मात्रा में बनता है।
16.
सूर्य की धूपः धूप में ज़्यादा रहने से त्वचा को अधिक मैलेनिन बनाना होता है ताकि हानिकारक सूर्य की किरणों से रक्षा की जा सके।
17.
गोरे रंग के लोगों में फ्रेकल्स होने की आशंका अधिक रहती है क्योंकि ऐसी त्वचा में मैलेनिन कम होता है और यह (धूप में) आसानी से झुलस सकती है।
18.
एक्वा रेडियेंस बढ़ती उम्र, तनाव, पल्यूशन, हॉरमोनल डिसबैंलेंस और स्किन में मैलेनिन का कम व ज्यादा बनना या स्किन पर हल्के व डार्क निशानों से छुटकारा दिलाने में एक्वा रेडियंस टेक्नालॉजी काफी काम आती है।
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एक्वा रेडियेंस बढ़ती उम्र, तनाव, पल्यूशन, हॉरमोनल डिसबैंलेंस और स्किन में मैलेनिन का कम व ज्यादा बनना या स्किन पर हल्के व डार्क निशानों से छुटकारा दिलाने में एक्वा रेडियंस टेक्नालॉजी काफी काम आती है।
20.
हल्के रंग की त्वचा वाले लोगों में ये ज़्यादा पाये जाते हैं क्योंकि उनमें त्वचा को सूर्य किरणों से होने वाले नुकसान से बचाने वाला कैमिकल मैलेनिन (त्वचा सेल्स द्वारा उत्पन्न) कम मात्रा में होता है।