‘ ' यदि तुम चाहते हो कि तीन अनुशासनों वाली तुम् हारी किताब लोगों के लिए उपयोगी हो, तो मेरी देशना पर जोर दो, मेरे जीवन पर नहीं।
12.
यदि तुम चाहते हो कि क्रान्तिकारी अपनी गतिविधियों को स् थगित कर दें तो उसके लिए होना तो यह चाहिए कि उनके साथ् ा तर्क द्वारा अपना मत प्रमाणित किया जाये।
13.
इस विषय को लेकर उसने दादा से शिकायत की तो उन्होंने कहा, ” यदि तुम चाहते हो कि सब तुम्हारी प्रशंसा करें तो उनके साथ तुम्हारा व्यवहार अच्छा होना चाहिये।
14.
यदि तुम चाहते हो कि हम समझदार बनें, ज्ञानी बनें तो स्वाद के गीत और बात छोड़ देना जिनमें दिमाग़ लगाना पड़े, वही बात सीखना, वही गीत सुनना।
15.
इसलिए हे मनुष् यो, यदि तुम चाहते हो कि सदा हंसी खुशी रहो, तरक् की की सीढि़याँ चढ़ो, तो ईश् वर की वंदना करो, उसकी प्रार्थना करो।
16.
यदि तुम चाहते हो कि वे तुम्हारे शत्रुओं का नष्ट कर दें और तुम धर्म के पथ पर हो, तुम्हारी मांग उचित है तो वे तुम्हारे शत्रुओं का नाश कर देंगे, किन्तु तुम उन्हें नहीं पाओगे।
17.
और ध्यान रखना, यदि तुम चाहते हो कि कभी तुम्हारे जीवन की ज्योति जगमगाए, अगर तुम चाहते हो कि कभी सच में ही तुम्हारे जीवन का फूल खिले, तो काटो से इतने दूर-दूर रहने की आदत छोड़ो।
18.
यदि तुम चाहते हो आज़ादी, न्याय, सच्चाई, स्वाभिमान और सुंदरता से भरी जिंदगी तो तुम्हें उठाना ही होगा नए इन्क़लाब का परचम फिर से. उन्हें करने दो “ इतिहास के अंत ” और “ विचारधारा के अंत ” की अंतहीन बकवा स.
19.
यदि तुम चाहते हो कि तुम्हारी बातेंगुलामी के उम्मीदवारों का कुछ समूह नहीं, पर उसे देश समझे, तो लिख लो, `संसार में ऐसा देश नहीं जो अपनी भाषा में आये हुए संदेश को समझने मेंविलम्ब करे और दूसरी आवाज में आये हुए संदेश को भरपूर समझ सके.
20.
केवल संभव स्थान ईश्वर के लिए यदि तुम्हें बहुत ही प्यार हो उस शब्द से, यदि तुम चाहते हो कि कैसे भी उसे कहीं न कहीं बिठाया जाएं तो एकमात्र शक्यता है कि मनुष्य की चेतना अपनी परम संभावना तक उद्विकसित होती है-वही होगा ईश्वर का जन्म।