| 11. | दोहा सलिला: एक हुए दोहा यमक-संजीव 'सलिल'
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| 12. | गले मिले दोहा यमक:-संजीव 'सलिल'
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| 13. | मित्र शैलेश जी......... यमक अलंकार का सुन्दर प्रयोग...........
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| 14. | प्रहेलिका का स्वरूप ' नानाधात्व गंभीरा यमक व्यपदेशिनी' है।
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| 15. | वे श्लेष कह रहे थे मैं यमक.
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| 16. | यमक की कुछ और मिसालें गानों में देखिये.
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| 17. | यमक लेबलों वाले संदेश दिखाए जा रहे हैं.
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| 18. | यमक और अनुप्रास का वह अनुपमेय ग्रन्थ है।
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| 19. | वहाँ एक स्पष्ट विजेता रहा था, और यमक
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| 20. | नीर-क्षीर दोहा यमक: मन राधा तन रुक्मिणी...-संजीव 'सलिल'
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