शीत घाम सब दिवस करता रखवाल खेतों की चावल के लिए पानी भरता खेतों में या करता वर्षां का इंतजार तालाबनुमा खेत धंसते पैर लंगोटी कसके बांधे औरते साडी की लंगोटी सी बनाती हाथ धंसा-धंसा कर पौधे रोपते जमीन में पैदा होते न जाने कितने जीव जंतु जोंक आदि रोक नहीं पाते किसान को वो बराबर करता काम बराबर करता जाता काम हांफता हुंफता करता काम घर के सब जन खेती के दिनों में लगे रहते पूरे पूरे दिन खेत के बाद टहल करता घर के जानवरों की घर की