| 11. | सब रसिया से बधिह हमरानाता से नत बधिह
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| 12. | तू आ जा रसिया नदिया किनारे मोरा गाँव
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| 13. | व्यंग के रसिया शायद हम वहीं से बने।
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| 14. | ' मीरा' को प्रभु साँवरो, रंग रसिया डोलै हो॥
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| 15. | चंग पर आल्हा बजाता एक रसिया मग्न होकर
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| 16. | आज की उनकी कविता है मॉर्डन रसिया.
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| 17. | ऐसे लोगों को हम रसिया कहते हैं.
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| 18. | बृज रसिया और संकीर्तनोंकी मांग जोरों पर है।
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| 19. | रसिया बेसुर गा रहे, बेताला है चंग ।।
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| 20. | पंख होते तो उड़ आती, रसिया ओ ज़ालिमा
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