एवं सभी महिलाओं को इसका पालन करना चाहिये. धर्म का उल्लंघन महापाप बताया गया. ‘ भाग्य ' नामक रहस्यमय वस्तु का निर्माण कर के पारलौकिक सुख सुविधा (जो आज तक किसी के द्वारा स्वभोगित बयानित नहीं है) का पुल बांधा गया. इसी को ढ़ाल बनाकर ब्राह्मण वर्ग सदियों से लेकर आज तक उच्च आसन पर विराजमान होता आया है.