इसी प्रकार इन ग्रंथो मेंतपस्वी ऋषियो के निरीह जीवन प्रसंगो के साथ ही राजनीति विशारद मंत्रियो आदिके वर्णन भी मिलते है एवं यथास्थान विभिन्न ऋतुओ के आश्रमो के जल-विहार तथामृगया आदि के सजीव चित्रण उस युग के मनीषियो के जीवन आदर्शो को इंगित कररनेके साथ-साथ सौन्दर्यप्रियता का बोध कराती है.