१ ९ ४ ७ में इन्होने यह कल्पना भी नहीं की होगी की अंग्रेजों और कुछ हद तक मुसलमानों के पलायन के बाद मृत की आड़ में हमारा धंधा इतना जोरदार चलेगा और हम यही नहीं की सब चीज पर कब्जा करते हुए वर्त्तमान और भविष्य को अपने बेटों, भतीजों, परिवार, जातिवालों के लिए सुरक्षित कर लेंगें बल्कि इतिहास लेखन भी ऐसा करेगें की हमारी शर्मनाक बातें भी हमारी बहादुरी और राजनैतिक चातुर्य का उदहारण मान जाएगा.