बहुसंश्लेषी यमल में क्रमागत संमिलन तल (composition planes) समांतर होते हैं, जैसे ऐल्बाइट में, तथा चक्रीय युग्म (cycle twins) में ये तल समांतर नहीं होते, जैसे रूटाइल में।
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पूर्वी और पश्चिमी तटवर्ती क्षेत्रों ओडिशा, आंध्रप्रदेश, तमिलनाडु, केरल और महाराष्ट्र में जमे बालू के ढेंरो में इल्मेनाइट, रूटाइल और ल्यूकॉक्सिन (टाइटेनियम), सिलिमेनाइट, गार्नेट, जिरकॉन (जिरकोनियम) और मोनाजाइट (थोरियम और हल्के दुर्लभ भूतत्व) जैसे पदार्थ पाए गए।
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पूर्वी और पश्चिमी तटवर्ती क्षेत्रों उड़ीसा, आंध्रप्रदेश, तमिलनाडु, केरल और महाराष्ट्र में जमे बालू के ढेंरो में इल्मेनाइट, रूटाइल और ल्यूकॉक्सिन (टाइटेनियम), सिलिमेनाइट, गार्नेट, जिरकॉन (जिरकोनियम) और मोनाजाइट (थोरियम और हल्के दुर्लभ भूतत्व) जैसे पदार्थ पाए गए।
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पूर्वी और पश्चिमी तटवर्ती क्षेत्रों उड़ीसा, आंध्रप्रदेश, तमिलनाडु, केरल और महाराष्ट्र में जमे बालू के ढेंरो में इल्मेनाइट, रूटाइल और ल्यूकॉक्सिन (टाइटेनियम), सिलिमेनाइट, गार्नेट, जिरकॉन (जिरकोनियम) और मोनाजाइट (थोरियम और हल्के दुर्लभ भूतत्व) जैसे पदार्थ पाए गए।
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इन सामान्य पदार्थों के अतिरिक्त कुछ भारी पदार्थ भी, जिनसे चट्टानें बना करती हैं, जैसे तामड़ा, टूरमैलिन, जर्कन, रूटाइल, पुखराज, पाइरॉक्सीन और ऐंफिबोल आदि थोड़ी बहुत मात्रा में सभी प्रकार की बालू में रहते हैं।