इसके संग्रह में शामिल हैं बाल्डासरे वेराज़ी द्वारा पांच दिनों का प्रकरण और फ्रांसेस्को हएज़ द्वारा [[ऑस्ट्रिया के सम्राट फर्डिनेंड प्रथम का रूपचित्र|ऑस्ट्रिया के सम्राट फर्डिनेंड प्रथम का रूपचित्र]].
12.
सन् 1760 से लेकर 19वीं सदी के मध्य तक भ्रमणकारी कलाकार ने भारत में विभिन्न प्रदेशो ने भ्रमण किया व स्थानीय संरक्षकों के लिए चित्र बनाने, इमारतों के प्रिंट, भू-दृश्य व रूपचित्र आदि बनाने का कार्य किया।
13.
तोल्स्तोय ने विषय को घृणित ठहराया. “लेव निकोलायेविच, क्या आपने नताशा रोस्तोवा का रूपचित्र जीवन से खींचा था.” मैंने पूछा. “अधिकांशतया.” “और आंद्रेई बोल्कोन्स्की?” “नहीं, उसका नहीं-मेरे कुछ चरित्र जीवित आदर्श से ग्रहण किये हैं, कुछ नहीं.
14.
AMदुःख होता है की, आज के पंजाब व हरयाणा आदि, जो कभी तक्षशिला का हिसा थे, के किसी भी स्कूल (विद्यालय), कॉलेज (महा-विद्यालय) अथवा उनीवेर्सिटी (विशवविद्यालय) मैं आचार्य विष्णु गुप्त (चाणक्य) जी का (पोर्ट्रेट) रूपचित्र तक भी देखने को नहीं मिलता;
15.
इस संग्रहालय में यूरोपीय चित्र, विशेषकर जॉर्ज रोमने के इंग्लिश रूपचित्र, सर जोशुआ रेनॉल्ड्स तथा सर पीटर लेली की शैलियों की कृतियाँ और भारतीय पुस्तक चित्र, मूर्तिशिल्प, लोक कला, वैज्ञानिक वस्तुएँ व मानव जाति के वर्णन से संबंधित वस्तुएँ प्रदर्शित की गई हैं।