जीभ के रोग में जीभ का फूल जाना, लार टपकना, जीभ का कटना-फटना तथा जीभ पर छालें पड़ जाना आदि लक्षण प्रकट होते हैं।
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रेबीजग्रस्त व्यक्ति को हल्का बुखार, सिर दर्द, बदन में जलन, मुँह से लार टपकना, पानी देखकर डर लगना, चक्कर आना, निगलने में परेशानी होने जैसे लक्षण दिखई देते हैं।
13.
मुख से लार टपकना, अरुचि मुख की नीरसता, लार सहित उबकाई, जी मचलाना, स्रोतों का अवरोध, मधुर रस से द्वेष, अंग-अंग का टूटना तथा कफ़ के विकारों को करके पीड़ा देता है ।।
14.
अक्सर यह देखा जाता है कि मनपंसद वस्तु का ख्याल आते ही मुंह से लार टपकना शुरु हो जाता है, लेकिन क्या आपको पता है कि ऐसा होने से आपकी खाने की उत्कंठा भी काफूर हो सकती है?
15.
मुख (मुंह) से सम्बंधित लक्षण-मुंह में कोई गर्म चीज रखने से, कॉफी पीने से, रात को मुंह से लार टपकना, गर्भावस्था के दौरान दांतों में दर्द होना आदि लक्षणों में कैमोमिला औषधि का प्रयोग लाभकारी रहता है।
16.
क्षीण वात के लक्षण-मुख से लार टपकना, अरुचि, उबकाई, जी मचलाना, संज्ञा मोह अर्थात् बुद्धि की विचार शक्ति में अक्षमता, अल्पवाक्यता, जाठर अग्नि की विषमता आदि विकारों को उत्पन्न करके क्षीण हुआ वायु पीड़ादायक होता है ।।
17.
शरीर में श्वेत वर्णता, शैत्य, स्थूलता, आलस्य, शरीर में भारीपन, शिथिलता, स्रोतों में रुकावट, मूर्च्छा, निद्रा, तंद्रा, श्वास, मुख से लार टपकना, अग्निमांध, सन्धियों की जकड़ जाना आदि विकार कफ़ के बढ़ने पर होते हैं ।।
18.
कूड़ा दानी कूड़ा करकट कर्कश शब्द करना गप्प लगाना लार टपकाना टपकन / टपका-टपकी लार बहना जलदी-जल्दी बोलना चुगली करना बकवाद बक-बक करना लार का गिरना लार टपकना रिसाव लार लुढ़काते हुए ले जाना फुसफुसाहट कहा बुदबुदाना/गुणगुणाना बकबक करना खेल में गेंद को आगे की तरफ ले जाना गप शप करना अनर्गल कूड़ा करकट चीं-चीं की आवाज़