अभियुक्तगण के विद्वान अधिवक्ता द्वारा यह भी तर्क दिया गया कि मृतक पुष्करराम का कोई सामान अभियुक्तगण से बरामद नहीं हुआ तथा अभियोजन साक्षीगण पी0डब्ल्यू0-1 टीका राम पी0डब्ल्यू-2 आनन्दी देवी व पी0डब्ल्यू0-4 श्रीमती विमला देवी के कथनानुसार मृतक दिनांक 5-5-09 को अपने घर से थल बाजार को गया था जब कि पी0डब्ल्यू0-5 मोहन राम के द्वारा अपने साक्ष्य में कहा गया है कि ‘‘ मृतक हमारे गॉव का हुआ हमारा करीबी रिश्तेदार हुआ मृतक 5 तारीख को लगभग दो ढाई बजे हमारे घर से थल को आ गया था उसके बाद मैने मृतक को लाशघर में मरा हुआ देखा‘‘।