| 11. | वंशलोचन के संस्कार में अन्तिम प्रक्रिया गन्धक के तेजाब-(सल्पफ्यूरिक एसिड) कीघूनी देते हैं.
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| 12. | ग्रेड़ बनानाडलों के आकर के अनुसार वंशलोचन के ग्रेड (प्रक्रम) बनाये जाते हैं.
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| 13. | यह मैदे के माफिक बारीक धूल होती हैं. इसे खाका वंशलोचन भीकहते हां.
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| 14. | बाछः वंशलोचन में कुछ टुकड़डे पतले, चपटे, चमकीले और अत्यन्त कठोर होते हैं.
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| 15. | जेड, तृणमणि, वंशलोचन ऐसे ही रत्नों की श्रेणी में आते हैं।
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| 16. | वंशलोचन को भूननाकच्चे माल को सबसे पहले अलग-अलग नम्बर की छाननियों में छानते हैं.
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| 17. | यह भी वंशलोचन हीहैं परन्तु अत्यन्त कठोर होने से इतना अच्छा नहीं माना जाता.
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| 18. | इस गणना से लगभग पैंतालीस टन वंशलोचन की हमारे देशमें १९५६ में खपत थी.
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| 19. | वंशलोचन से एक चूर्ण भी बनता है, जो मंदाग्नि के लिए विशेष उपयोगी है।
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| 20. | वंशलोचन से एक चूर्ण भी बनता है, जो मंदाग्नि के लिए विशेष उपयोगी है।
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