ज्योतिष एक पूर्ण सांकेतिक विज्ञान है, इसके द्वारा किसी व्यक्ति की परिस्थितियों की पूरी चर्चा की जा सकती है, 40 वर्षों के गहन अध्ययन और मनन के बाद ` गत्यात्मक ज्योतिषीय अनुसंधान केन्द्र ' के अपने रिसर्च ‘ गत्यात्मक दशा पद्धति ' एवं ` गत्यात्मक गोचर प्रणाली ' के विकास के साथ ही ज्योतिष एक वस्तुपरक विज्ञान बन गया है, जिसके आधार पर सारे प्रश्नों के उत्तर हॉ या नहीं में दिए जा सकते हैं।
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ज्योतिष एक पूर्ण सांकेतिक विज्ञान है, इसके द्वारा किसी व्यक्ति की परिस्थितियों की पूरी चर्चा की जा सकती है, 40 वर्षों के गहन अध्ययन और मनन के बाद ` गत्यात्मक ज्योतिषीय अनुसंधान केन्द्र ' के अपने रिसर्च ‘ गत्यात्मक दशा पद्धति ' एवं ` गत्यात्मक गोचर प्रणाली ' के विकास के साथ ही ज्योतिष एक वस्तुपरक विज्ञान बन गया है, जिसके आधार पर सारे प्रश्नों के उत्तर हॉ या नहीं में दिए जा सकते हैं।
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ज्योतिष एक पूर्ण सांकेतिक विज्ञान है, इसके द्वारा किसी व्यक्ति की परिस्थितियों की पूरी चर्चा की जा सकती है, 40 वर्षों के गहन अध्ययन और मनन के बाद ‘ गत्यात्मक ज्योतिषीय अनुसंधान केन्द्र ' के अपने रिसर्च ' गत्यात्मक दशा पद्धति ' एवं ` गत्यात्मक गोचर प्रणाली ' के विकास के साथ ही ज्योतिष एक वस्तुपरक विज्ञान बन गया है, जिसके आधार पर सारे प्रश्नों के उत्तर हॉ या नहीं में दिए जा सकते हैं।