| 11. | कर्म वाच्य से समान अर्थ की अभिव्यक्ति
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| 12. | अकारश् चास्य नाम्नोन्ते वाच्य: पूर्वाक्षर: प्लुत: ।
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| 13. | कर्म वाच्य से समान अर्थको अभिव्यक्ति
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| 14. | (वाच्य और श्र्वण के क्षेत्र में)
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| 15. | का सन्निधान, वाच्य (अर्थ), प्रस्ताव (प्रकरण), देश, काल, काकु, चेष्टा
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| 16. | साधारण अर्थ में काल नहीं होते, केवल वाच्य होते हैं।
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| 17. | अभिधामूलक या विवक्षित वाच्य ध्वनि-इसके दो प्रकार होते
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| 18. | एक में भाव वाच्य द्वारा प्रकट किया गया दूसरे में
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| 19. | यहाँ विवक्षितान्य पर वाच्य ध्वनित है।
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| 20. | प्रभावित होते है तो वाच्य बनाते समय दोनों अलग-अलग
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